केजरीवाल ने ट्वीट किया कि लोग महंगाई से बहुत ज़्यादा परेशान हैं। जनता को मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज, मुफ्त दवाइयां, बिजली क्यों नहीं मिलनी चाहिए? नेताओं को भी तो इतनी मुफ्त सुविधायें मिलती हैं। कितने अमीरों के बैंकों के कर्जे माफ कर दिये। बार-बार मुफ्त की रेवड़ी बोलकर जनता का अपमान मत कीजिए।
प्रधानमंत्री ने कहा था कि हर करदाता सोच रहा होगा कि जैसे मैं दिवाली मनाता हूं, मध्य प्रदेश में गरीब भाई भी रोशनी के त्योहार के दौरान खुश हैं। उन्हें पक्का घर मिल रहा है। उनकी बेटी की जिंदगी में सुधार होगा। लेकिन जब यह करदाता देखता है कि उससे वसूले गए रुपयों से मुफ्त की रेवड़ी बांटी जा रही है, तो उसे दुख होता है। (भाषा)