अदालत ने आगे कहा कि मामले का सह आरोपी अधिवक्ता सुनील मित्तल ऐसा लगता है कि कोई काल्पनिक पात्र है, जो 'मिशन इम्पॉसिबल' या 'जेम्स बांड' की फिल्मों से निकला है। उस पर इतनी दरियादिली क्यों दिखाई जा रही है?
मित्तल के दामाद सोमेवश्वर प्रसाद के बारे में अदालत ने पूछा कि आप ऐसे व्यक्ति के प्रति इतनी दया क्यों दिखा रहे हैं, जो सहयोग नहीं कर रहा, यहां तक कि वह अपना फोन नंबर तक नहीं दे रहा?
इस मामले में सीबीआई की जांच पर अदालत ने पिछले सप्ताह बुधवार को नाराजगी जाहिर की थी और पूछा था कि जिन आरोपियों की इसमें बड़ी भूमिका है, वे खुले क्यों घूम रहे हैं जबकि जांच एजेंसी अपने खुद के डीएसपी को गिरफ्तार कर चुकी है।