Delhi Floods : हथिनी बैराज कुंंड से पानी छोड़ने की वजह से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 208.46 मीटर पर पहुंच गया। शाम चार बजे तक इसके 208.75 मीटर तक पहुंचने की आशंका है।दिल्ली में बाढ़ के खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले 45 साल पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंचने का रिकॉर्ड था। उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर बुधवार सुबह चार बजे 2013 के बाद पहली बार 207 मीटर के निशान को पार कर गया। यह शाम चार बजे तक बढ़कर रिकार्ड 207.71 मीटर के निशान तक पहुंच गया। रात 11 बजे यह बढ़कर 208.08 मीटर हो गया और आज सुबह यह 208.46 मीटर तक पहुंच गया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना में बढ़ते हुए जलस्तर के मद्देनजर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से तुरंत जगह खाली करने की अपील की। हजारों लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। लोगों की मदद के लिए NDRF की टीमें तैनात की गई है।
अधिकारियों ने कहा कि मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच के हिस्से सहित व्यस्त रिंग रोड के कुछ हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया है।
दिल्ली में धारा 144 लागू : बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। इस धारा के तहत चार से अधिक लोगों के एक ही स्थान पर एकत्रित होने पर रोक होती है।
केजरीवाल ने कहा कि मैं निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों से वहां से हटने का आग्रह करता हूं क्योंकि पानी का स्तर अचानक बढ़ जाएगा और आपका जीवन खतरे में पड़ सकता है।
निचले इलाकों में स्कूल बंद : राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण दिल्ली नगर निगम (MCD) के सिविल लाइंस क्षेत्र के निचले इलाकों में स्थित 10 और शहादरा क्षेत्र में सात स्कूल बृहस्पतिवार को बंद रहेंगे। इन स्कूल के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।