नई दिल्ली। डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में विश्वस्तरीय खेल बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने, 1,000 जल निकायों को पुनर्जीवित करने और 10वीं व 12वीं के छात्रों को डिजिटल उपकरणों तक पहुंचने में मदद करने के लिए 3 परियोजनाएं शुरू कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिन 3 परियोजनाओं को हम शुरू कर रहे हैं, वे हैं (1) खेलो दिल्ली- यह एक अभिनव परियोजना है, जहां हम दिल्ली सरकार के प्रत्येक स्कूल में विश्व स्तरीय खेल के मैदान बनाने कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में ओलंपियन देश भर में सिर्फ 1 या 2 राष्ट्रीय स्टेडियमों से नहीं आने वाले हैं, बल्कि प्रत्येक सरकारी स्कूल में ऐसा विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा हो सकता है। (2) झीलों का शहर- दिल्ली सरकार पारंपरिक रूप से दिल्ली में मौजूद 1,000 से अधिक जल निकायों को फिर से जीवंत करने और भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए एक विशाल योजना पर काम कर रही है। (3) स्कूलों में डिजिटल उपकरणों को बढ़ाना- हमने शिक्षा पर कोविड-19 के प्रभाव को देखा है और सरकारी स्कूल के छात्रों के पास हमेशा डिजिटल उपकरणों तक पहुंच नहीं होती है, इसलिए हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी छात्र, जो अपनी बोर्ड परीक्षाओं में प्रवेश कर रहे हैं, उन तक डिजिटल उपकरणों की पहुंच हो।
इंडियन मेटल्स एंड फेरो एलॉयज लिमिटेड के एमडी सुभ्राकांत पांडा और फिक्की के उपाध्यक्ष ने कहा कि अक्सर हम हर दिन कुछ मुद्दों में फंस जाते हैं और आगे आने वाली चुनौतियों और अवसरों के लिए योजना बनाने पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते हैं। यह उत्कृष्ट पहल दिल्ली को दुनिया में सबसे अधिक रहने योग्य और सर्वोत्तम शासित शहरों में से एक बनने के लिए प्रेरित करेगी।
टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस एंड एयरोस्पेस और ग्लोबल कॉरपोरेट अफेयर्स के अध्यक्ष बनमाली अग्रवाला ने कहा कि जिस तरह दिल्ली सरकार ने इस पहल को 'जंबोरी' (जश्न) बनाने की बजाय चर्चा पर ध्यान केन्द्रित किया है, वह सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।