सरकार ने एक बयान में बताया कि इससे पहले, प्रत्येक विधायक को 53,000 रुपए मिल रहे थे जिसमें 12,000 रुपए वेतन और शेष राशि भत्ते के रूप में शामिल थे।
इस बढ़ोत्तरी के साथ प्रत्येक विधायक को 30,000 रुपये तनख्वाह और 60,000 रुपए भत्ते के तौर पर मिलेंगे। बयान में दावा किया गया कि वृद्धि के बावजूद, दिल्ली के विधायक देश में सबसे कम वेतन पाने विधायक रहेंगे।