विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एच जी एस धालीवाल ने बताया कि गैंगस्टर ने अमेरिका जाने के वास्ते मेक्सिको पहुंचने के लिए कई रास्ते अपनाए, लेकिन दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में विधि अधिकारी संबंधी कार्यालय की मदद से वह पुलिस के जाल में फंस गया।
पुलिस ने दीपक की गिरफ्तारी में मदद करने वाली सूचना देने के लिए तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। वह गोगी गिरोह को संचालित कर रहा था जिसका कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से संबंध है। दीपक ने देश से भागने के लिए बरेली निवासी रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। वह कोलकाता से दुबई जाने वाले विमान में फरार हो गया।