देहरादून। देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग पर आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खून से लिखा पत्र भेजा।पत्र में पुरोहितों ने कहा कि जल्द से जल्द देवस्थानम बोर्ड भंग करने और केदारनाथ में पौराणिक काल से चली आ रही परंपराओं के साथ छेड़छाड़ बंद करने कि मांग की।
इससे पहले तीर्थ पुरोहितों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भी खून से लिखा पत्र जारी किया था।मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने और वासुकी ताल क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों को भी नए लोकेशन के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने स्थानीय जनभावनाओं के अनुरूप ईशानेश्वर मंदिर के पुन: निर्माण, आस्था चौक पर ॐकार की प्रतिमा स्थापित करने, शंकराचार्य समाधि एवं शिव उद्यान के डिजाइन में जनभावनाओं के अनुरूप संशोधन के निर्देश दिए हैं।
एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में बार-बार जनभावनाओं को तवज्जो देने की वकालत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पंडा-पुरोहितों हकहकूकधारियों को आंदोलन तेज करना पड़ रहा है।पंडा-पुरोहित समाज का आरोप है कि यहां की परंपरा के साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही है, जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।