कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया- पहले हमें बताया गया कि नोटबंदी का मकसद कैशलेस अर्थव्यवस्था है। जल्द ही सर्वज्ञानी ने पटरी बदल दी और कहा कि कैशलेस नहीं, बल्कि कम कैश है। अब चलन में नकदी नोटबंदी के पहले के समय के मुकाबले ज्यादा हो चुकी है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा कि आज नोटबंदी की पांचवीं बरसी है। आर्थिक दृष्टि से भी आज एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज ही का वो काला दिन था वर्ष 2016 में, जब भारत की इकोनॉमी को ध्वस्त किया गया था, जिससे वो आज तक नहीं उठ पाई है।
सपा-बसपा ने भी साधा निशाना : अन्य विपक्षी दलों- बहुजन समाज पार्टी और सपा ने नोटबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने सोमवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट 'कू' पर लिखा है, नोटबंदी से काला धन (वापस) नहीं आया, बल्कि भाजपा सरकार द्वारा उनके कुछ खास पूंजीपतियों को लाभ देकर किसान, मजदूर, छोटे व्यापारियों व मेहनतकश लोगों को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया।
समाजवादी पार्टी ने 8 नवंबर को काला दिवस मनाते हुए सोमवार को प्रदेश स्तर पर पदयात्रा और धरना प्रदर्शन किया। सपा मुख्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री संजय गर्ग ने 8 नवंबर (इसी दिन नोटबंदी की घोषणा हुई) को काला दिवस मनाते हुए आज प्रदेश स्तर पर पदयात्राएं व धरना प्रदर्शन आयोजित कर भाजपा की नाकामी व तानाशाही को याद दिलाई।