Parliament: मणिपुर मुद्दे को लेकर द्रमुक ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, कही राजधर्म निभाने की बात
मंगलवार, 8 अगस्त 2023 (16:29 IST)
DMK's target on the central government: द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) नीत केंद्र सरकार पर बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने राजधर्म की बात की थी और आज द्रमुक उसके साथ खड़ी है, जो राजधर्म निभाता दिख रहा है।
लोकसभा में कांग्रेस के गौरव गोगोई द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए द्रमुक के टीआर बालू ने कहा कि सत्ता पक्ष की ओर उनके कुछ मित्र हैं, वाजपेयीजी की पार्टी होने के नाते सत्तारूढ़ पार्टी से उनका जुड़ाव रहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मित्र ही हैं, लेकिन वर्तमान सरकार को बुराई ने घेर लिया है, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
उन्होंने कहा कि महाभारत में भी कृष्ण ने अर्जुन को अपने सगे-संबंधियों पर बाण चलाने का सुझाव दिया था। बालू ने कहा कि पिछले काफी दिनों से संसद सत्र चल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री सदन में नहीं आए, ऐसे में विपक्ष के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विदेश में जाते हैं तब तमिल विभूतियों एवं महापुरुषों को उद्धृत करते हैं लेकिन तमिलनाडु के साथ भेदभाव किया जा रहा है। बालू ने कहा कि तमिलनाडु के लिए एम्स की मंजूरी दी गई लेकिन अभी तक इसका निर्माण नहीं हुआ है।
द्रमुक नेता ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पर कुछ नहीं हुआ, कच्चातिबू द्वीप को वापस लेने के मुद्दे पर कुछ नहीं हुआ और महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। बालू ने आरोप लगाया कि किसानों को ठीक ढंग से न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा, वहीं देश में बेरोजगारी की स्थिति गंभीर है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में गंभीर स्थिति है, राज्य में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। बालू ने कहा कि राज्य में महिलाओं की निर्वस्त्र परेड कराने की घटना भी सामने आई है। द्रमुक नेता ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री असहाय हैं और प्रधानमंत्री सदन में नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा यूरोपीय संसद में भी उठा है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 'राजधर्म' की बात कही थी और आज हम उसके साथ खड़े हैं, जो राजधर्म निभाता दिख रहा है।