रविवार को भूकंप के झटके महसूस होने के बाद भयभीत लोग अपने घरों से बाहर आ गए थे, लेकिन सोमवार को दिल्ली के किसी इलाके से ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली। कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से लोग पिछले तीन सप्ताह से घरों में ही मौजूद हैं।
भूकंप की तीव्रता के लिहाज से देश को पांच जोन में बांटा गया है। दिल्ली, इनमें अधिक तीव्रता वाले चौथे जोन में स्थित है। इससे पहले 2004 और 2001 में आए भूकंप का केन्द्र दिल्ली में ही स्थित था। ये भूकंप 2.8 और 3.4 तीव्रता वाले थे। दिल्ली के आसपास के इलाकों में सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप 10 अक्टूबर 1956 को बुलंदशहर में आया था, जिसकी तीव्रता 6.7 थी। (भाषा)