कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से संबद्ध संसद की स्थायी समिति ने अपनी एक रिपोर्ट में यह सुझाव दिया है। उसने कहा है कि पशुपालन डेयरी तथा मत्स्य पालन विभाग कुपोषण और बीमारियों से ग्रस्त ग्रामीण, पिछड़े तथा जनजातीय क्षेत्रों के लोगों को अंडे में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में बताएं और जागरूकता लाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करे। पशुपालन डेयरी तथा मत्स्यपालन विभाग ने भी राज्य सरकारों को अंडे को मिड डे मील में शामिल करने का अनुरोध किया है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हुक्मदेव नारायण यादव की अध्यक्षता वाली समिति ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में पोल्ट्री क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिए आवश्यक है कि इन लोगों को पोल्ट्री फार्मिंग के क्षेत्र में और दक्ष बनाने के लिए व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए जिससे उन्हें अपनी उत्पादकता बढ़ाने और सतत आय अर्जित करने में सहायता मिलेगी।