पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने विधानसभा में ईवीएम का लाइव डेमो देकर बताया था कि इसमें छेड़छाड़ की जा सकती है। वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने शनिवार को एक तरह उन लोगों को जवाब दिया, जिन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे।
* मशीनों में गड़बड़ी नहीं हो सकती क्योंकि इनमें आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
* आयोग कुछ सुझाव और शिकायतें मिली हैं, लेकिन हैकिंग से संबंधित कोई सबूत नहीं दिया गया।
* भविष्य में वीवीपैट मशीन का ही इस्तेमाल होगा।
* नतीजों को बदला नहीं जा सकता।
* ईवीएम मशीनें इंटरनेट या अन्य नेटवर्क से जुड़ी नहीं होतीं, अत: उन्हें हैक नहीं किया जा सकता।
* इनमें ऐसी कोई कोडिंग नहीं है, वायरलेस के जरिए इनमें छेड़छाड़ की सके।
* चुनाव के दौरान सुरक्षा कड़ी रहती है। अत: ईवीएम में छेड़छाड़ संभव नहीं है।