बिहार विधानसभा चुनाव में इस वक्त अगर सबसे अधिक चर्चा किसी नाम और चेहरे की हैं तो वह नाम है गुप्तेश्वर पांडेय का। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से ठीक चार दिन पहले राज्य के डीजीपी पद से वीआरएस लेने वाले आईपीएस अफसर गुप्तेश्वर पांडेय की अब नई पहचान बन गई है। रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को जेडीयू की सदस्यता दिलाई।
चुनाव से ठीक पहले गुप्तेश्वर पांडेय के अचानक वीआरएस लेने के बाद से ही इस बात की अटकलें तेज थी कि गुप्तेश्वर पांडेय अब राजनीति में आएंगे और इस बात पर अब आधिकारिक मोहर लग गई है। बिहार में पिछले पंद्रह साल से सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू में शामिल होने के बाद पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ‘वेबदुनिय़ा’ से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
‘वेबदुनिया’ से बातचीत में गुप्तेश्वर पांडेय राजनीति में आने के सवाल पर कहते हैं कि उनका पूरा जीवन संघर्ष में बीता है और बहुत संघर्ष के बाद वह यहां तक पहुंचे है। अपने जीवन के संघर्ष के पलों को याद करते हुए गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि अब जब राजनीति में आ गए हैं तो सब का आशीर्वाद और सपोर्ट चाहिए।वह कहते हैं कि राजनीति में आने का मकसद केवल बिहार के लोगों की सेवा करना है।
अब जब आप राजनीति में आ गए है तो चुनाव कहां से लड़ेंगे ‘वेबदुनिया’ के इस सवाल पर गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि चुनाव लड़ूंगा या नहीं, यह अभी कहां फाइनल हुआ है।
‘वेबदुनिया’ के इस सवाल पर कि अगर पार्टी आपको चुनाव लड़ने के लिए कहेगी तो कहां से लड़ना चाहेंगे, इस पर पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि बिहार का शायद की कोई ऐसा जिला हो जहां से लोगों ने उनसे अपने यहां से चुनाव लड़ने की मांग नहीं की हो,रोज हजारों की संख्या फोन कॉल आ रहे है,लोग खुद आकर उनसे अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे है लेकिन यह सब अब पार्टी तय करेगी।
‘वेबदुनिया’ से बातचीत में गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि चुनाव लड़ना है या नहीं यह सब हमारे हाथ में नहीं है जिस दल में है, उस दल के नेता तय करेंगे कि आगे क्या करना है। जैसा पार्टी चाहेगी और कहेगी वह पार्टी के आदेशों का पालन करेंगे। गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि हमारे नेता नीतीश कुमार जी पर विश्वास कर राजनीति में आए है और वहीं अब मुझे जैसा काम देंगे और मेरे लिए वहीं तय करेंगे कि मुझे क्या करना हैं क्या नहीं करना है। अब नीतीश जी सब आगे का तय करेंगे कि किस तरह हमारा उपयोग करना है।