हालांकि राजद के ट्वीट को सही ठहराते हुए उसके बिहार प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जिस तरह नए संसद भवन का आज उद्घाटन किया गया, उसने दिखा दिया कि लोकतंत्र को दफना दिया गया। न तो राष्ट्रपति और न ही उपराष्ट्रपति, जो राज्यसभा के सभापति हैं, को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। ऐसा लोकतंत्र