नौसेना के अनुसार जब विमानवाहक पोत कर्नाटक के कारवार में बंदरगाह पर पहुंचने वाला था तो इसके एक कंपार्टमेंट में आग लग गई। पोत पर तैनात नौसैनिकों ने इसे बुझाने के लिए लेफ्टिनेंट कमांडर चौहान की अगवाई में तुरंत मोर्चा संभाल लिया और जल्द ही आग पर काबू पा लिया गया। हादसे में पोत को कोई खास नुकसान नहीं हुआ लेकिन ले. कमांडर चौहान धुएं से दम घुटने के कारण बेहोश हो गए।
सूत्रों के अनुसार आईएनएस विक्रमादित्य 2016 में भी हादस का शिकार हो चुका है। रखरखाव के दौरान पोत में जहरीली गैस लीक हो गई थी जिससे 1 नाविक और 1 अन्य कर्मचारी की मौत हो गई थी। आईएनएस विक्रमादित्य जनवरी 2014 में नौसेना के बेड़े में शामिल हुआ था। इसे रूस से 2.3 अरब डॉलर में खरीदा गया था। आईएनएस विक्रमादित्य 284 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा है। इस पोत का वजन 40 हजार टन है। (वार्ता)