सेनाधिकारियों के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में पाक सेना को जबरदस्त क्षति उठानी पड़ी है। पहले उसने पुंछ के शाहपुर, किरनी तथा डिग्वार सेक्टरों में एलओसी पर नागरिक ठिकानों को निशाना बना मोर्टार से गोले दागे थे और बाद में तोपखानों का इस्तेमाल शुरू किया था।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 9.15 बजे पाकिस्तान ने पुंछ जिले के शाहपुर, किरनी और डिग्वार सेक्टर में एलओसी के पास मोर्टार और छोटे हथियारों से गोलाबारी की। पाकिस्तान ने अकारण संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।
इससे पहले 2 सितंबर को राजौरी में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया था। केरी सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में अग्रिम चौकी पर तैनात सेना का जेसीओ शहीद हो गया था। वहीं 30 अगस्त को पाकिस्तान ने नौशहरा में एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया था। इस दौरान नायब सूबेदार राजविंदर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पाकिस्तान की ओर से अकारण होने वाली इस गोलीबारी से दर्जनों घर और अन्य नागरिक सुविधाओं को नुकसान हुआ है। साथ ही कई मवेशी भी मारे गए हैं। जबकि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, सीजफायर के पिछले 17 सालों में वह 12 हजार बार उल्लंघन कर चुका है।