नई दिल्ली। हाथ नहीं होने या उनमें किसी भी तरह की दिक्कत की वजह से जिन लोगों को खाना खाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वे अब अपने 'फूड बडी' नाम के सहयोगी को सिर्फ आवाज देंगे और वह उन्हें खाना खिलाने में मदद करेगा।
आईआईटी गांधीनगर के 2 छात्रों- क्रिस फ्रांसिस और प्रवीण वेंकटेश ने इस उपकरण को विकसित किया है और पेटेंट के लिए भी भेज दिया है जिसमें उन्हें 2,000 से 3,000 रुपए का खर्चा आया।
फ्रांसिस ने बताया कि वैसे लोग जिनके हाथ काम नहीं करते, उन्हें खाना खाने के लिए सहायता की जरूरत पड़ती है। सामान्य तौर पर परिवार का कोई सदस्य, दोस्त या सेवा देने वाल कोई कर्मी ऐसे व्यक्ति को खिलाता है लेकिन कभी-कभी देखरेख करने वालों के दूर रहने से समस्या पैदा हो जाती है।