कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की छुट्टियों के बारे में तो सभी जानते होंगे। अब पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह छह महीने की छुट्टियों पर जा रहे हैं। खस बात यह कि वे अपनी छुट्टियों में शनिवार से वे 3400 किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा पैदल ही शुरू करेंगे। इस दौरान उन्हें एक एंबुलेंस और मोबाइल शौचालय की जरूरत होगी। इसके लिए उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है।
3400 किलोमीटर लंबी यात्रा पर दिग्विजय सिंह का कहना है कि इसमें ना ही कांग्रेस का झंडा होगा और ना ही कांग्रेस के नारे, पोस्टर, बैनर होंगे। नर्मदा परिक्रमा की योजना बना रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता का कहना है कि वो साल 1990 से नर्मदा परिक्रमा करते रहे हैं।
गौरतलब है कि अगले साल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह की ये परिक्रमा राज्य की कुल 230 सीटों में 100 विधानसभा कवर करेगी। माना जा रहा है कि यह उनकी चुनावी परिक्रमा होगी। छह माह की लंबी छुट्टियां पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
खबर है कि राहुल गांधी ने उनकी छुट्टियां भी मंजूर कर दी हैं। राज्यसभा सांसद दिग्विजय 30 सितंबर से नर्मदा परिक्रमा शुरू कर रहे हैं। छह महीने तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह 3300 किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा करेंगे।
दिग्विजय सिंह झोतेश्वर से नरसिंहपुर के बरमान खुर्द कार से जाएंगे। यहां पूजा-अर्चना के बाद नर्मदा परिक्रमा शुरू होगी। लंबी छुट्टियों पर जाने के दौरान वे राजनीति से दूर रहेंगे लेकिन उनके पास कांग्रेस महासचिव का प्रभार बना रहेगा।
दिग्विजय सिंह के पास इस दौरान किसी राज्य का जिम्मा नहीं रहेगा। दिग्विजय सिंह ने इस यात्रा को राजनीति से नहीं जोड़ने की अपील की है। उन्होंने इसे आध्यात्मिक यात्रा बताया है। उनकी यह यात्रा गुजरात और मध्य प्रदेश से भी होकर गुजरेगी। गुजरात में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं वहीं मध्य प्रदेश में अगले साल होने हैं। इसलिए कुछ लोग इसे राजनीति से भी जोड़कर देख रहे हैं। दिग्विजय सिंह वैसे भी अपनी अलग राजनीति के लिए जाने जाते हैं। एक पंथ दो काज।