एबीपी नेटवर्क के आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता दी जानी चाहिए तो ट्रस ने कहा, मुझे लगता है कि हमें सुरक्षा परिषद पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता है। अब हम एक ऐसी स्थिति में हैं जहां सुरक्षा परिषद के पांच सदस्यों में से एक नाजायज युद्ध (यूक्रेन में) में शामिल है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की व्यापक भूमिका का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का यूक्रेन में युद्ध पर कोई निर्णायक प्रभाव नहीं था। ट्रस ने कहा, हमें लड़ाकू विमान (यूक्रेन के लिए) भेजने की जरूरत है। हमें वहां जल्द ही टैंक भेजने चाहिए। यह युद्ध केवल तभी समाप्त होगा जब यूक्रेन मजबूत होगा।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में बलात्कार और यौन हिंसा के भयावह अपराध किए गए हैं। उन्होंने कहा, हमें स्वतंत्रता और लोकतंत्र के बारे में मुखर होने की जरूरत है। चीन और रूस जैसे हमारे विरोधी अपने आर्थिक मॉडल को बढ़ावा देने में बहुत आगे हैं। वे लोगों की सोच को प्रभावित करने के लिए आर्थिक सख्ती का भी सहारा लेते हैं।
उन्होंने कहा, मैं देख रही हूं कि भारत में नया बुनियादी ढांचा बनाया जा रहा है, उद्योग विकसित किए जा रहे हैं और नए निवेश किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, हमें खुफिया, रक्षा और रक्षा उत्पादन जैसे क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता है। भारत निश्चित रूप से रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने की स्थिति में है।
ट्रस ने कहा कि उनका मानना है कि भारत की चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (क्वाड) में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा, मैं इस समूह (क्वाड) का पूरी तरह से समर्थन करती हूं। क्वाड में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)