उन्होंने कहा कि सरकार किसी की भी हो, हमारे संबंधों का ग्राफ सिर्फ और सिर्फ ऊंचा ही जाता है। यह संयोग मात्र नहीं है कि मुक्ति, समानता, भाईचारे की गूंज फ्रांस में ही नहीं, भारत के संविधान में भी दर्ज है। हमारे दोनों देशों के समाज इन मूल्यों की नींव पर खड़े हैं। हम सिर्फ दो सशक्त स्वतंत्र देशों तथा दो विविधतापूर्ण लोकतंत्रों के ही नेता नहीं हैं बल्कि दो समृद्ध और समर्थ विरासतों के उत्तराधिकारी भी हैं। दोनों देशों की सामरिक भागीदारी भले ही 20 साल पुरानी हो, देशों और सभ्यताओं की आध्यात्मिक साझेदारी सदियों लंबी है।