जलवायु परिवर्तन पर G20 नेताओं में आम सहमति, ग्लोबल वॉर्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने पर समझौता

रविवार, 31 अक्टूबर 2021 (23:13 IST)
रोम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जलवायु परिवर्तन पर सत्र के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस सम्मेलन में जी-20 समूह के नेताओं के बीच ग्लोबल वॉर्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित करने की सहमति बनी।

दुनिया के 20 देशों के नेताओं के बीच हुई इस बैठक में कुछ ठोस कार्रवाई पर भी चर्चा की गई। जी20 शिखर सम्मेलन में शुद्ध हिसाब से कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि शून्य करने पर सहमति बनी। हालांकि उपयुक्त प्रौद्योगिकी सुलभ अभी न होने से इसके लिए कोई तिथि निर्धारित नहीं। 
 
स्पेन के प्रधानमंत्री से मिले मोदी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और स्पेन को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए भारत में निवेश करने के वास्ते आमंत्रित किया। यह बैठक रोम में आयोजित 16वें जी20 सम्मेलन के इतर हुई। श्री मोदी ने श्री सांचेज को हरित हाइड्रोजन, बुनियादी ढांचा, रक्षा निर्माण और संपत्ति मुद्रीकरण योजना में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
 
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों का स्वागत किया, जिसमें एयरबस स्पेन से 56 सी295 विमान खरीदने के अनुबंध पर हस्ताक्षर शामिल हैं, इनमें से 40 टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के सहयोग से ‘मेड इन इंडिया’ होंगे।
 
भारत सरकार ने पिछले महीने भारतीय वायु सेना के लिए 56 सी295 विमान खरीदने के लिए एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत, एयरबस चार वर्षों में सेविले में अपनी स्पेनिश सुविधा से ‘फ्लाई-अवे’ स्थिति में पहले 16 विमान आपूर्ति करेगा। अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के दस साल के भीतर सभी डिलीवरी पूरी होने की उम्मीद है। शेष 40 इकाइयां टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स द्वारा भारत में निर्मित और असेंबल की जाएंगी।
 
दोनों नेता ई-गतिशीलता, स्वच्छ तकनीक, उन्नत सामग्री और गहरे समुद्र की खोज जैसे नए क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का और विस्तार करने पर भी सहमत हुए। बयान में कहा गया है कि मोदी ने स्पेन को ग्रीन हाइड्रोजन, इंफ्रास्ट्रक्चर और रक्षा निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने और भारत की राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन, संपत्ति मुद्रीकरण योजना और गति शक्ति योजना का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।
 
दोनों नेताओं ने आगामी सीओपी26 में भारत-यूरोपीय संघ संबंधों के साथ-साथ जलवायु कार्रवाई और प्राथमिकताओं के सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत सहित आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। 
 
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि  मोदी अगले साल भारत में सांचेज का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं तथा उन्हें भारत आने का न्यौता भी दिया। बागची ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत और स्पेन के बीच संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर उपयोगी बातचीत की। उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार, ऊर्जा, नवाचार और अन्य क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सहयोग कर रहे हैं।

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