डीजीसीए की रिपोर्ट के अनुसार, 21 जून, 2017 को बर्ड-स्ट्राइक के कारण फ्लाइट का इंजन नंबर 2 प्रभावित हुआ था, जबकि गोएयर विमान के पायलट्स ने इंजन नंबर 1 को बंद कर दिया। 3330 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर भी दिक्कत दूर नहीं हुई तो उसे वापस दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया गया। यह विमान करीब तीन मिनट तक खराब इंजन के सहारे उड़ता रहा। इसमें 156 यात्री सवार थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, ये घटना उच्च कंपन से प्रभावित इंजन की गलत पहचान के कारण हुई, उसके बाद तय प्रक्रियाओं का पालन न करने, जागरूकता की कमी, खराब कॉकपिट संसाधन प्रबंधन और बर्ड-स्ट्राइक के दौरान आपात स्थिति में विमान की गलत हैंडलिंग के कारण हुई।