राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के कर अधिकारी व्यापार एवं उद्योग संगठनों तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के पास जायेंगे और जीएसटी से जुुड़ी उनकी दिक्कतें और शिकायतें जानेंगे और उन्हें चार अगस्त को जीएसटी परिषद के सामने रखेंगे।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने पिछले हफ्ते जीएसटी परिषद के सचिवालय को पत्र लिखकर कहा था कि वह अधिकारियों से अपने राज्यों के व्यापार और उद्योग संगठनों के साथ-साथ एमएसएमई क्षेत्र के करदाताओं से संपर्क करने को कहे और उनकी दिक्कतें और शिकायतें जानने के साथ-साथ उनका सुझाव भी लें। यह सारी कवायद जीएसटी से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए की जा रही है।