उन्होंने ट्वीट किया, ‘नीट-जेईई के अभ्यर्थियों की चिंता अपनी सेहत और भविष्य दोनों को लेकर है। उनकी कुछ वाजिब चिंताएं हैं। कोविड-19 के संक्रमण का डर है, महामारी के दौरान परिवहन एवं ठहरने की चिंता है और असम एवं बिहार में बाढ़ है।’कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत सरकार को सभी पक्षों को सुनना चाहिए और एक स्वीकार्य समाधान ढूंढना चाहिए।