सरकार ने डीपफेक और AI से बनी फेक वीडियो-तस्वीर को नियंत्रित करने के लिए IT नियमों में संशोधन का ड्रॉफ्ट जारी किया है। नए नियमों के तहत नकली कंटेंट पर स्पष्ट लेबलिंग अनिवार्य होगी और बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कड़ी जांच करनी होगी। यह कदम डिजिटल दुनिया में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए है। ये बदलाव कृत्रिम रूप से बनाई गई जानकारी यानी सिंथेटिक कंटेंट को कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।
इन नए नियमों का मकसद यह है कि इंटरनेट पर जो कुछ भी लोग देखते, सुनते या शेयर करते हैं, उसमें पारदर्शिता और विश्वास बना रहे। मंत्रालय ने इन ड्राफ्ट नियमों और उनके स्पष्टीकरण को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है। साथ ही सरकार ने लोगों और विशेषज्ञों से 6 नवंबर तक सुझाव देने को कहा है।
Edited By : Chetan Gour