अनपढ़ मस्तानम्मा ने सौ साल की उम्र के बाद यूट्यूब पर शुरुआत कर साबित कर दिया व्यक्ति चाहे तो कुछ भी कर सकता है। अगस्त 2016 में उन्होंने अपने पोते के दोस्तों के लिए बैंगन की सब्जी बनाई, जो उन्हें बहुत पसंद आई। पोते लक्ष्मण ने इसे यूट्यूब पर डाल दिया। रातभर में इस वीडियो को लाखों लोगों ने देख लिया।
आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले के गुड़ीवारा गांव की रहने वाली दादी मस्तानम्मा के जीवन का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। उनकी 11 साल की उम्र में शादी हो गई और शादी के 10 साल के भीतर ही पति का निधन हो गया। पांच बच्चों की मां को काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें दिहाड़ी करनी पड़ी। महामारी के चलते उनके चार बच्चे भी नहीं रहे।
मस्तानम्मा की खासियत यह है कि वह खाने की चीजें बनाते समय अपनी जिंदगी के किस्से भी सुनाती थीं। एक वीडियो में उन्होंने बताया कि एक बार गांव के दो लड़कों ने उन्हें चिढ़ाने की कोशिश की तो उन्होंने उसमें से एक को ऐसा धक्का मारा कि वो नहर में जा गिरा। बाद उन्होंने ही उस लड़के की जान बचाई। हालांकि बाद में उन्हें किसी ने छेड़ने की कोशिश नहीं की।