मोदी ने कहा, जल्दी आ गई दिवाली

Webdunia
शनिवार, 7 अक्टूबर 2017 (16:44 IST)
द्वारका (गुजरात)। जीएसटी परिषद् के कल के फैसलों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि इन फैसलों से देशवासियों की दिवाली जल्दी आ गयी है। इसमें बदलाव कर ‘सिंपल टैक्स को और सिंपल’ कर दिया गया है।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ अपनी दो दिन की गुजरात यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान वह अपनी जन्मस्थली वडगांव भी जाएंगे। द्वारका में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि विकास का सपना सवा सौ करोड़ भारतीयों का है और मैं इसमें रंग भर रहा हूं। 
 
मुख्य रूप से गुजरात विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कल जीएसटी परिषद् द्वारा लिए गए फैसलों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि परिषद् के ताजा फैसलों से देशवासियों की दिवाली जल्दी आ गयी है।’’ जीएसटी के संबंध में अहम फैसले लिए गए जिनका हर जगह स्वागत हो रहा है। तीन महीने में मिली जानकारी के आधार पर इसमें बदलाव कर इस ‘सिंपल टैक्स को और सिंपल’ कर दिया गया है।
 
द्वारका में मोदी ने 5,825 करोड़ रुपए की लागत वाली चार राष्‍ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-51 पर बेट द्वारका और ओखा के बीच मोटे तारों पर खिंचे सिग्‍नेचर ब्रिज सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण की भी आधारशिला रखी। इस पुल की परियोजना लागत 962 करोड़ रुपए है।
 
द्वारका में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं और विकास का माहौल बनता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का विकास एकाकी रूप में नहीं हो सकता है, यदि हम गिर के इलाके में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना चाहते हैं तो हमें पर्यटकों को द्वारका जैसे अन्य भागों में भी आने के लिए प्रेरित करना होगा।
 
मोदी ने कहा कि आज मैं द्वारका के लोगों में काफी अलग माहौल देख रहा हूं। यहां लोगों में काफी उत्साह है। हम जिस पुल का निर्माण करने जा रहे हैं वह सिर्फ बेट द्वारका पहुंचने के लिए पुल नहीं है, यह हमें हमारे इतिहास और संस्कृति से जोड़ता है।
 
पुराने दिनों को याद करते हुए मोदी ने कहा कि मुझे याद है कि बेट द्वारका के लोगों के लिए पुराना समय कितना कठिन था। आधारभूत संरचनाओं की कमी का मतलब है परिवहन मुश्किल था, आपात स्थिति आने पर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। हम आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कर इस स्थिति को बदलना चाहते हैं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब माधवसिंह सोलंकी मुख्यमंत्री थे उस दौरान पहले पन्ने पर बड़े-बड़े विज्ञापन छपे थे कि वह पानी की टंकी के उद्घाटन के लिए जामनगर आ रहे हैं। वह विकास की संकीर्ण सोच थी। तब से अबतक हमने लंबा रास्ता तय किया है। हम समग्र विकास की ओर उन्मुख हैं। उन्होंने कहा कि हम बंदरगाह और बंदरगाहों के माध्यम से विकास चाहते हैं। समुद्री अर्थव्यवस्था को भारत की प्रगति को आगे लेकर जाना चाहिए।
 
मोदी ने कहा कि जब सरकार विश्वास से भरी होती है, जब नीतियां अच्छी नियत से तैयार की जाती हैं तब लोग स्वभाविक रूप से व्यापक राष्ट्र हित में समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि विकास का लाभ उन तक पहुंचे, कोई नहीं चाहता ​कि उनके बच्चे गरीबी में जीवन गुजारें। ‘‘हम लोगों की आशा-आकांक्षाओं को पूरा करने और गरीबी के खिलाफ उनकी लड़ाई में सहयोग करना चाहते हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया का ध्यान भारत पर केंद्रित है। लोग निवेश के लिए यहां आ रहे हैं।
 
मैं देख रहा हूं कि गुजरात के लोगों ने काफी सक्रियता से देश के ​विकास में योगदान दिया है।’’ स्थानीय मछुआरा समुदाय को लक्ष्य करते हुए उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि हमारे मछुआरे भाई गरीबी में जीवन गुजारे, हम उनके लिए विकास के अवसर पैदा कर रहे हैं।
 
गौरतलब है कि गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। अपनी इस दो दिन की यात्रा के दौरान मोदी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वे प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपनी जन्मस्थली वडगांव भी जाएंगे। (भाषा) 
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