Manipur violence case : मणिपुर में फिर से हालात संकटपूर्ण हो गए हैं। हिंसा की आग में अब भाजपा सरकार झुलसती नजर आ रही है। राज्य के हालात को लेकर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बैठक बुलाई थी, लेकिन भाजपा की अंदरुनी कलह उस वक्त और बढ़ गई, जब आधे विधायकों ने मुख्यमंत्री की बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
खबरों के अनुसार, मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष से निपटने के तरीके को लेकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह बैकफुट पर आ गए हैं। इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एनडीए की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में मणिपुर में फिर से बढ़ रही हिंसा को लेकर बातचीत होनी थी।
मुख्यमंत्री सिंह की इस बैठक में भाजपा की अंदरुनी कलह उस वक्त और बढ़ गई, जब 37 में से 19 विधायकों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इन विधायकों में दोनों समुदायों के नेता शामिल थे। खबरों के अनुसार, बैठक से गायब रहने के लिए 11 एनडीए सदस्यों को नोटिस भेजा है। भाजपा और उसके सहयोगियों के सभी विधायकों को रविवार को बैठक के लिए पत्र भेजे गए थे।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बाद में एक्स पर पोस्ट किया कि सत्तारूढ़ विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इसमें हमने जिरीबाम में हाल ही में हुई निर्दोष लोगों की हत्या की कड़ी निंदा की। निश्चिंत रहें। न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Edited By : Chetan Gour