नई दिल्ली। उत्तरी ओडिशा और आसपास के इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई इलाकों में शुक्रवार को भी भारी बारिश जारी रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र में अगले 24 घंटे में भी भारी बारिश की आशंका जताई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तेज बारिश की चेतावनी जारी की है।
मानसून की ट्रफ रेखा जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, पेंड्रा रोड, कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी की ओर जा रही है। उत्तरी अफगानिस्तान और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात, विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, दक्षिण मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा के कुछ हिस्सों और हिमाचलप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और जम्मू-कश्मीर, पंजाब, ओडिशा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्रप्रदेश, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और पश्चिमी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली, हरियाणा, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात, विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, मध्यप्रदेश, पूर्वी राजस्थान और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हिमाचलप्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दिल्ली, हरियाणा, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और रायलसीमा में हल्की बारिश हो सकती है।