Weather Update News : देश के कई राज्यों को भारी बारिश और बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विभाग ने देश के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम भारत, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। विभाग ने मध्यप्रदेश के 9 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
खबरों के अनुसार, देशभर में भारी बारिश और बाढ़ ने कई राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विभाग ने देश के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम भारत, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, बिहार, झारखंड कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
देश में कई नदियां उफान पर : वहीं दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। अगले 2-3 दिनों तक पूर्वी और मध्य भारत में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 4 से 7 सितंबर के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
देश में कई नदियां उफान पर हैं, वहीं दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा हैं, जिसके चलते निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में 6 सितंबर को बादल छाए रहेंगे। एक-दो बार हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पंजाब में घग्गर नदी की बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है, जिसमें 43 लोगों की मौत हो गई है और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। नोएडा और आगरा जैसे अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश के कारण जलभराव की स्थिति है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक आगामी पूर्वी व दक्षिणी पूर्वी भागों के कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं अति भारी बारिश की संभावना है। वहीं जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 5 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। जोधपुर संभाग में 5–7 सितंबर के दौरान कहीं–कहीं भारी व अति भारी बारिश होने संभव है।
मध्यप्रदेश के 9 जिलों में ऑरेंज अलर्ट : मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 9 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, डबरा, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है।
6 और 7 सितंबर को त्रिपुरा में और 7 से 9 सितंबर के बीच उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और मिजोरम में भी भारी बारिश हो सकती है। 7 और 8 सितंबर को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में बहुत भारी बारिश की संभावना है। 4 से 8 सितंबर के दौरान असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है। 6 से 7 सितंबर के बीच नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में भारी बारिश हो सकती है। 4 और 7 से 9 सितंबर के बीच अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश बनी रहेगी।
राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात : राजस्थान में मानसून की बारिश का कहर जारी है, जिसके कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी विधायकों और मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया है। इसी बीच, करौली जिले के नादौती उपखंड में एक जर्जर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की इमारत गिर गई। आज शनिवार 6 सितंबर को भी राजस्थान के 23 जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है।
बिहार में एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने के आसार है। 10 सितंबर से अधिसंख्य भागों में मेघ गर्जन के साथ भारी वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार शनिवार को राजधानी सहित प्रदेश के 11 जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
इंदौर के स्कूलों में अवकाश घोषित : मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में भारी बारिश के कारण छात्र हित को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर महोदय ने जिले के समस्त शासकीय/अशासकीय/अनुदान प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों के कक्षा 1 से 12 तक के समस्त छात्र/छात्राओं हेतु व समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों में कल यानी 6 सितंबर को अवकाश घोषित किया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 22 जिलों में भारी से अतिभारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से तेज तो कहीं धीमी बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को कई जिलों में खूब बारिश हुई। खासकर मालवा, चंबल अंचल में। उज्जैन में सबसे ज्यादा पांच और इंदौर में चार सेमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने शनिवार को झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
महाराष्ट्र के 29 जिलों में फसलों को नुकसान : पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश से महाराष्ट्र के 29 जिलों में 14.44 लाख हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश से 191 तालुका प्रभावित हुए, जिससे 654 राजस्व क्षेत्रों में खरीफ फसलों को नुकसान पहुंचा और इसके साथ ही 12 जिलों में 10 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर फसलों को क्षति पहुंची कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने कहा कि सबसे अधिक नुकसान 15 से 20 अगस्त के बीच मानसून के पूरी तरह सक्रिय के दौरान हुआ। भरणे ने कहा, फसल नुकसान का आकलन (पंचनामा) कार्य अपने अंतिम चरण में है और किसानों को तत्काल राहत प्रदान की जाएगी।
पंजाब और जम्मू के अग्रिम इलाकों में बाढ़ के कारण भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की 110 किलोमीटर से ज़्यादा बाड़ क्षतिग्रस्त हो गई है और लगभग 90 बीएसएफ चौकियां जलमग्न हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा 2,289 किलोमीटर लंबी है, जो देश के पश्चिमी हिस्से में राजस्थान और गुजरात राज्यों से होकर भी गुजरती है। बीएसएफ जम्मू में लगभग 192 किलोमीटर और पंजाब में 553 किलोमीटर की पहरेदारी करता है।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा : उत्तराखंड में में जारी भारी बारिश एवं प्राकृतिक आपदा की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार जिले के लक्सर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे। कठिन परिस्थितियों के बावजूद मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर के माध्यम से ग्रामीण एवं जलमग्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन अधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं होगी।
Edited By : Chetan Gour