नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 की घोषणा की। इसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं- पहले विदेश व्यापार नीति पंचवर्षीय होती थी लेकिन नई व्यापार नीति की कोई समाप्ति तारीख नहीं है और इसमें जरूरत के मुताबिक परिवर्तन किए जाएंगे।
*एफटीपी नीति के स्तर पर निरंतरता प्रदान करेगी।
*एफटीपी 2023 प्रोत्साहन के बजाए छूट को बढ़ावा देती है।
*इसमें निर्यात वस्तुओं पर शुल्क और करों में छूट के लिए योजना शुरू की गई है। विदेश व्यापार नीति से संबंधित आवेदनों का डिजिटलीकरण होगा।
*एफटीपी आवदेनों को स्वचालन प्रणाली के जरिए मंजूरी मिलेगी।
*आधुनिक प्राधिकार से संबंधित आवेदनों की प्रक्रिया में लगने वाले समय को घटाकर 1 दिन करने संबंधी योजना शुरू।
*निर्यात करने वाली कंपनियों को स्टार श्रेणी देने से संबंधित नियमों में ढील।
*भारतीय रुपए में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
*निर्यात उत्कृष्ट शहरों में फरीदाबाद, मुरादाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी शामिल।
*डेयरी क्षेत्र को औसत निर्यात दायित्व बनाए रखने से मिली छूट।
*निर्यात संवर्धन पूंजीगत माल योजना के तहत बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन, कृषि उपकरण और हरित हाइड्रोजन के लिए दायित्व में कमी।
*विशेष अग्रिम प्राधिकरण योजना का विस्तार परिधान और कपड़ा क्षेत्र तक किया गया।
*ई-वाणिज्य निर्यात को व्यापार नीति के सभी लाभ मिलेंगे।
*कूरियर सेवाओं के माध्यम से निर्यात के लिए मूल्य सीमा 5 लाख रुपए प्रति खेप से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई।
*'निर्यात केंद्र के रूप में जिले' पहल के जरिए राज्यों और जिलों के साथ गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर।
*'एससीओएमईटी' (विशेष रसायन, जीव, सामग्री, उपकरण और प्रौद्योगिकियां) नीति के तहत दोहरे उपयोग वाले उत्पादों के निर्यात को व्यवस्थित किया जाएगा।
*अग्रिम प्राधिकरण और ईपीसीजी प्राधिकरण धारकों के लिए एफटीपी के तहत निर्यात दायित्व में चूक को लेकर एकमुश्त निपटान के लिए आम माफी योजना शुरू।
*व्यापार नीति बदलते व्यापार परिदृश्य के अनुसार एफटीपी गतिशील होगी और जरूरत के अनुसार उसमें बदलाव किया जाएगा।
*वाणिज्य विभाग को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए इसका पुनर्गठन किया जाएगा।(भाषा)