राजस्थान में कांग्रेस को सता रहा है हॉर्स ट्रेडिंग का डर, नाराज विधायकों को मनाने में जुटे सीएम गेहलोत

रविवार, 5 जून 2022 (15:41 IST)
जयपुर। राजस्थान में पार्टी और सरकार से नाराज बताए जा रहे कांग्रेस के कुछ विधायक रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उदयपुर में पार्टी के 'कैंप' में पहुंचे। इस बीच विधानसभा में सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) की आशंका जताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत की है। उन्होंने ब्यूरो से ऐसी किसी भी स्थिति को नाकाम करने का आग्रह किया है।
 
मुख्यमंत्री गहलोत के साथ विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे। गहलोत ने ट्विटर पर इसकी तस्वीर साझा की। एक अन्य विमान से मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुभाष गर्ग तथा विधायक दानिश अबरार भी उदयपुर पहुंचे।
 
गहलोत ने उदयपुर के डबोक हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नाराजगी जताने वाले विधायकों ने 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस का समर्थन किया था ऐसे में भाजपा यह उम्मीद भी कैसे कर सकती है कि वे उसका समर्थन करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि जब पहले राजनीतिक संकट हुआ था, बसपा के टिकट पर जीतने वाले विधायक बिना किसी शर्त के राज्य में स्थिर सरकार देने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने हमारा समर्थन किया था। भाजपा कैसे उम्मीद कर सकती है कि अब वे राज्यसभा चुनाव में उनका समर्थन करेंगे।'
 

हमारे जब क्राइसिस आया था, उस वक्त सरकार बचाने वालों में जो अगुवा थे, उनसे BJP को उम्मीद ही नहीं करनी चाहिए थी, न BJP के समर्थित उम्मीदवार को भी। सरकार क्राइसिस में हो, सरकार रहेगी कि नहीं रहेगी उस वक्त में जिस-जिसने साथ दिया हर माननीय सदस्य ने, उनसे वो उम्मीद ही क्यों कर रहे थे? pic.twitter.com/is6YgExHkN

— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 5, 2022
उन्होंने कहा कि हर विधायक की अपनी समस्या होती है, इन विधायकों में छोटी-मोटी नाराजगी थी और अब वे साथ आ गए हैं।
 
गहलोत ने कहा कि हम एकजुट हैं और हम राज्यसभा चुनाव में तीन सीटें जीतेंगे। हमने पहले भी भाजपा के खरीद-फरोख्त के प्रयास को विफल किया है और इस बार भी उनके प्रयास विफल रहेंगे।
 
उल्लेखनीय है कि पार्टी व सरकार से नाराज बताए जा रहे विधायक मलिंगा, बैरवा, गुढ़ा, यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा ने शनिवार देर रात मुख्यमंत्री निवास में गहलोत से मुलाकात की थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने इन विधायकों की नाराजगी को लेकर उनसे बात की व उनसे जुड़े मामलों पर चर्चा हुई, इसके बाद गिले शिकवे दूर हो गए।
 
वहीं सिरोही से निर्दलीय विधायक व मुख्यमंत्री गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि वह 6 जून को उदयपुर पहुंचेंगे। कांग्रेस और उसके समर्थक कई निर्दलीय विधायक उदयपुर में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस ने 10 जून को चार सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए अपने विधायकों को उदयपुर स्थानांतरित किया है।
 
राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, और प्रमोद तिवारी को उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी