नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण वादे 'वर्ष 2022 तक सबको आवास' को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी में भारी बदलाव करते हुए निजी भूमि पर बने मकानों, निजी निर्माण कंपनियों के परिसरों और अन्य भवन निर्माण परियोजनाओं को वित्तीय मदद देने का फैसला किया है।
सूत्रों के अनुसार 'वर्ष 2022 तक सबको आवास' अभियान की समीक्षा के दौरान पाया गया कि यह अपेक्षित गति नहीं पकड़ सका है जिसके कारण निर्धारित समय में इसके लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता इसलिए सरकार ने संबंधित नीति में बदलाव करने और निजी क्षेत्र को व्यापक रूप में इस अभियान में शामिल करने का फैसला किया है।