अपनी सरकार बचाने का संकट झेल रहे कांग्रेस के मुख्यमंत्री वी. नारायण सामी विवादों में आ गए हैं। सामी पर आरोप लग रहे हैं कि जब एक बुजुर्ग मछुआरन ने राहुल से उनकी शिकायत की तो नारायणसामी ने उसकी शिकायत का झूठा अनुवाद कर राहुल को बरगला दिया। उन्होंने महिला की शिकायतों का सही अनुवाद करने की जगह कथित तौर पर यह कह दिया कि वह तो उनकी और उनकी सरकार की प्रशंसा कर रही है। यह वीडियो वायरल हो गया है। भाजपा नेता भी इस विवाद में कूद पड़े हैं।
दरअसल, राहुल गांधी पुडुचेरी के सोलाई नगर में मछुआरों से बात कर रहे थे तो एक बुजुर्ग मछुआरन ने उनसे कथित तौर पर शिकायत कर कहा कि चक्रवात के वक्त भी मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी उनके परिवार वालों को देखने नहीं पहुंचे थे। अब विपक्ष का दावा है कि वह मछुआरन स्थानीय भाषा में जो कुछ बोल रही थी, उसकी जगह नारायणसामी ने राहुल गांधी को जो अनुवाद सुनाया, वह पूरी तरह से उलट दिया गया।
उस मछुआरन की बातों का जो ट्रांसक्रिप्ट है, उसके मुताबिक राहुल गांधी से वह बोल रही थी कि 'समुंदर तो ऐसा ही है। किसी ने कोई मदद नहीं की। यहां तक कि ये (मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी) भी। क्या चक्रवात के बाद ये हमारे यहां आए?' जबकि नारायणसामी ने जो इसका अंग्रेजी अनुवाद राहुल को सुनाया, उसके मुताबिक उस महिला का कहना था कि 'चक्रवात 'निवार' के दौरान मैं (मुख्यमंत्री) आया और इलाके का दौरा किया, मैंने इसे राहत दी। यह यही सबकुछ बता रही है।'
भाजपा नेताओं ने साधा निशाना : कर्नाटक से भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चन्द्रशेखर ने ट्विटर पर मोर्चा खोलते हुए लिखा है कि पुडुचेरी में राहुल गांधी की झूठ की यात्रा में एक और झूठ। बुजुर्ग महिला कह रही है कि चक्रवात के बाद आप हमें देखने भी नहीं आए। राहुल के सीएम नारायणसामी अनुवाद करते हैं- 'महिला कह रही है कि चक्रवात के दौरान मैं उनके पास गया और मदद पहुंचाई। गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भाजपा के प्रभारी महासचिव सीटी रवि ने वह वीडियो डालकर लिखा है कि लगता है कि कांग्रेस के नेता झूठ बोलने में राहुल गांधी से प्रतियोगिता कर रहे हैं!