नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में 19 सैनिकों के शहीद होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। हालात युद्ध जैसे बन गए, इसी भारत ने सर्जिकल हमला कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 7 आतंकवादी शिविरों को तबाह कर 50 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया। आइए, जानते हैं इस घटनाक्रम से जुड़ी संपूर्ण जानकारी....
* उड़ी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया, लेकिन उन्हें मुंह की खानी पड़ी। जवाब में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। उन्हें खरे शब्दों में कहा कि भारत ने शर्तों के आधार पर नहीं, मित्रता के आधार पर पाक के साथ सभी विवाद सुलझाने की पहल की थी, लेकिन जवाब में हमें पठानकोट और उड़ी के आतंकवादी हमले मिले। पूरी दुनिया ने भारत के रुख का समर्थन किया।
* 18 सितंबर को पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ कर भारतीय सीमा में आतंकवादियों के हमले में 17 सैनिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो सैनिकों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस तरह इस घटना में कुल 19 सैनिकों की मौत हुई।