ब्रह्मोस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक सुधीर मिश्रा ने बताया कि इस परीक्षण के जरिए ईंधन प्रबंधन प्रणाली और अन्य मेटालिक एयरफ्रेम कलपुर्जों सहित अहम स्वदेशी पुर्जे मिसाइल का हिस्सा बनाने के लिए खरा उतरे। ब्रह्मोस भारत और रूस का संयुक्त उद्यम है।