Indian Army gets its first suicide drone : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'आत्मनिर्भर भारत' का नारा अब रक्षा के क्षेत्र में भी तेजी से साकार हो रहा है। भारतीय सेना को पहला आत्मघाती ड्रोन मिला है। ड्रोन को नागास्त्र-1 नाम दिया गया है, जिसकी रेंज 30 किलोमीटर तक है। इसका एडवांस वर्जन 2 किलो से ज्यादा गोला-बारूद ले जाने में सक्षम है, जो दुश्मन को घर में घुसकर बर्बाद कर देगा।
खबरों के अनुसार, नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज के द्वारा विकसित किया गया पहला स्वदेशी लोइटर म्यूनिशन नागास्त्र-1 भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है। भारतीय सेना को इस आत्मघाती ड्रोन नागास्त्र-1 की पहली खेप मिल गई है, जिसकी रेंज 30 किलोमीटर तक है। इसका एडवांस वर्जन 2 किलो से ज्यादा गोला-बारूद ले जाने में सक्षम है।
दुश्मन के किसी भी ठिकाने को बर्बाद कर सकता है : इसका इस्तेमाल दुश्मनों के ट्रेनिंग कैंप, ठिकानों और लॉंच पैड पर हमला करने के लिए किया जाएगा। नागास्त्र-1, कामिकेज़ मोड में 2 मीटर की सटीकता के साथ हमला करके दुश्मन के किसी भी ठिकाने को बर्बाद कर सकता है। अगर टारगेट न मिले तो यह वापस भी आ जाएगा। पैराशूट के जरिए इसकी सॉफ्ट लैंडिंग करा सकते हैं।
60 मिनट तक हवा में रह सकते हैं ये ड्रोन : ड्रोन हवा में टारगेट के आसपास घूमते हैं और आत्मघाती हमला करते हैं।ये ड्रोन एक उड़ान में 60 मिनट तक हवा में रह सकते हैं। ड्रोन में कम आवाज और इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन है जो इसे एक साइलेंट किलर बनाता है। इसका इस्तेमाल कई तरह के सॉफ्ट स्किन टारगेट के खिलाफ किया जा सकता है।
Edited By : Chetan Gour