इस हमले के बाद एडीजी पीआई इंडियन आर्मी ने वीर रस के कवि रामधारीसिंह दिनकर की पंक्तियों को उद्धृत कर परोक्ष रूप से कहा कि हम क्षमाशील हैं, लेकिन कायर नहीं। दिनकर जी इस कविता का शीर्षक है 'शक्ति और क्षमा'। ट्वीट में परोक्ष रूप से कहा गया है कि शत्रु हमारी क्षमाशीलता को कायरता समझेगा। 
 
									
				
	 
	सेना के इस ट्वीट के जवाब में ट्विटर पर भारतीयों ने जमकर समर्थन किया। सरोजीत जना ने कहा कि उखाड़ फेंको शत्रुओं को, उखाड़ फेंको गद्दारों को। विश्वकर्मा किरण ने ट्विट कर कहा- लातों के भूत बातों से नहीं मानते, भारतीय सेना का सराहनीय कदम। 
 
									
				
	 
	सचिन नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि वाह मोदी जी, अब अगर पाकिस्तान 200-300 आतंकियों की मौत की पुष्टि करता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मर गया और नहीं करता तो हाफिज़ और जैश वाले मुखालफत कर देंगे। बाप-बाप होता हैं, बेटा तो बेटा ही है।   
 
									
				
	 
	पढ़ें विस्तार से दिनकरजी की कविता
	 
	शक्ति और क्षमा
	क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबल