जम्मू। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अब वहां विकास के द्वार खुलने वाले हैं। यहां के युवाओं को रोजगार मिलने लगेगा, जिससे दहशतगर्त यहां के युवाओं को बहकावे के रास्ते पर नहीं ले जा सकेंगे। विकास का रास्ता यहां अक्टूबर में होने वाले इन्वेस्टर समिट से खुलने जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अक्टूबर में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव (वाणिज्य एवं उद्योग) एनके चौधरी के मुताबिक इस इन्वेस्टर समिट का अयोजन 12 से 14 अक्टूबर के बीच होगा। इस तरह की समिट के लिए 6 से 8 महीने की तैयारी की जाती है, लेकिन जम्मू-कश्मीर दिन-रात मेहनत करके बेहद कम समय में भी इस कार्यक्रम को सफल बनाएगा।
चौधरी ने बताया कि इन्वेस्टर समिट शुभारंभ समारोह श्रीनगर में होगा, जबकि इसका समापन जम्मू में किया जाएगा। इसके साथ प्रदेश के अन्य इलाकों को भी इसमें शामिल करने के लिए सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन भी किया जाएगा। चौधरी ने कहा कि इसकी तैयारी के लिए भले ही हमारे पास कम समय हो, लेकिन इसे सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इस समिट के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, व्यापार और उद्योग जगत के दिग्गजों को निमंत्रण भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि समिट में 2000 से ज्यादा निवेशों को निमंत्रण भेजा जाएगा। इसमें सीआईआई की मदद ली जाएगी। सीआईआई समेत कई संस्थाओं को समिट के लिए साझेदार बनाया गया है।
देश के इन नगरों में होंगे रोड शो : समिट को सफल बनाने के लिए देशभर में भी कई कार्यक्रम किए जाएंगे। अहमदाबाद, चेन्नई, बेंगलुरू, मुंबई में रोड शो का आयोजन किया जाएगा और दिल्ली में एक मेगा रोड शो का आयोजन भी होगा। दिल्ली में एक एंबेसडर मीट और मेगा मीडिया इवेंट का भी आयोजन किया जाएगा।
इन सेक्टर्स पर होगा फोकस : इस समिट में मुख्य रूप से कृषि, हेल्थकेयर, स्किल, मैन्युफैक्चरिंग, टूरिजम जैसे सेक्टर पर फोकस किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका मतलब यह नहीं है कि जिन सेक्टरों का जिक्र नहीं किया गया है, उनको तवज्जो नहीं दी जाएगी। समिट में निवेश के बारे में जानकारी दी जाएगी, साथ ही लोकल बिजनस और स्टार्टअप को भी प्लैटफॉर्म मुहैया कराया जाएगा ताकि वे दुनिया को अपने आइडियाज के बारे में जानकारी दे सकें।