नोवाएसएआर का इस्तेमाल वन्य मानचित्रण, भू उपयोग और बर्फ की तह की निगरानी, बाढ़ और आपदा निगरानी के लिए किया जाना है। एस 1-4 का उपयोग संसाधनों के सर्वेक्षण, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन तथा आपदा निगरानी के लिए किया जाएगा।
इसरो अध्यक्ष के सीवन ने कहा कि मिशन सफल रहा। उन्होंने वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अगले छह महीने में 10 उपग्रह मिशन और आठ लांच व्हीकल मिशन का प्रक्षेपण किया जाएगा। सीवन ने कहा कि इसरो का चंद्र मिशन तीन जनवरी, 2019 को प्रक्षेपित किया जाएगा। करीब छह महीने पहले ही इसरो ने आईएनआरएसएस-1आई नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई। इसरो ने पीएसएलवी सी 42 का सफल प्रक्षेपण किया और ब्रिटेन के दो उपग्रहों को कक्षा में पहुंचाया। यह प्रतिस्पर्धी अंतरिक्ष कारोबार में भारत के महासामर्थ्य को दर्शाता है।’