कुमार ने कहा कि इसरो अगली पीढ़ी के संचार उपग्रह भी तैयार कर रहा है जिसमें बीमों की संख्या बढ़ाकर 32 की जाएगी। वर्ष 2016 में दो बार एक ही मिशन में एक से ज्यादा उपग्रह अंतरिक्ष में स्थापित करने के बाद जनवरी के अंत में एक बार फिर पीएसएलवी-सी37 मिशन में कार्टोसैट-2 के साथ अन्य छोटे उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाएगा।