जम्मू। जम्मू कश्मीर में नए साल का आगाज सेना के लिए भारी साबित हुआ है, जब एलओसी पर उसे अपने 2 जवानों की शहादत देनी पड़ी। फिलहाल यह पक्के तौर पर अभी तक नहीं बताया गया है कि शहीद होने वाले जवानों को पाक सेना के कमांडों ने बैट हमला किया था या फिर उन आतंकियों ने जिनके प्रति कहा जा रहा है कि वे उस इलाके में छुपे हुए थे।
हालांकि एक रिपोर्ट कहती है कि जम्मू के नौशेरा सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान 2 भारतीय जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोला। ऑपरेशन अभी भी जारी है और आतंकियों को ढूंढा जा रहा है।
भारतीय सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने दो जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि शहीद नायक सावंत संदीप रघुनाथ की 29 वर्ष की थी और वे ग्राम मुंडे, तहसील करहाद, जिला सतारा (महाराष्ट्र) के थे। घर में उनकी पत्नी श्रीमती स्मिता सावंत हैं।
आनंद ने कहा कि दूसरे शहीद जवान का नाम राइफलमैन अर्जुन थापा मागर है, जिनकी की 25 वर्ष थी। वे ग्राम रिप, जिला गोरखा (नेपाल) कस रहने वाले थे। घर में पत्नी श्रीमती सरिता थापा हैं। उन्होंने कहा कि नायक सावंत संदीप रघुनाथ और राइफलमैन अर्जुन थापा मगर बहादुर, अत्यधिक प्रेरित और ईमानदार सैनिक थे। राष्ट्र हमेशा सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए उनका ऋणी रहेगा।
पूरे इलाके की घेराबंदी : बुधवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ देखने को मिली। पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह मुठभेड़ बीती रात नौशहरा सेक्टर में कलाल के पास मंगला देई इलाके में शुरु हुई।
बताया जा रहा है कि 4 से 5 आतंकियों का एक दल कथित तौर पर सोमवार की रात को एलओसी पर घनी धुंध और कोहरे का लाभ उठाकर किसी तरह भारतीय इलाके में दाखिल होने में कामयाब रहा था। इसका पता चलते ही सेना के जवानों ने उन्हें मार गिराने के लिए एक अभियान चलाते हुए उन सभी इलाकों में विशेष नाके लगाए, जहां से आतंकी जिला राजौरी के भीतरी इलाकों में दाखिल हो सकते थे।
मंगलवार को आधी रात के बाद मंगला देई इलाके में जब जवान आगे बढ़ रहे थे तो एक जगह बैठे आतंकियों ने उन्हें देखते ही फायर कर दिया। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके बाद वहां एक भीषण मुठभेड़ शुरु हो गई, जिसमें दो जवान शहीद हो गए।
संबधित अधिकारियों के अनुसार, एक या दो दो आतंकी भी मारे गए हैं, लेकिन उनके शव प्राप्त नहीं होने के कारण उनकी मौत की पुष्टि नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल को चारों तरफ से घेर लिया गया है।