चुनाव समिति के मुताबिक 5,185 मतों में से 3,281 मतों की गणना के बाद लेफ्ट के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एन साई बालाजी 1,350 मतों से आगे चल रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के उम्मीदवार ललित पांडे 605 मतों के साथ दूसरे स्थान पर और बापसा (बिरसा आंबेडकर फूले स्टूडेंट्स यूनियन) के थल्लापल्ली प्रवीण तीसरे नंबर पर चल रहे हैं।
उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव के अन्य केंद्रीय पैनल पदों पर यूनाइटेड लेफ्ट अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे है। शनिवार को यहां काफी तमाशा देखने को मिला था जब एबीवीपी ने मतगणना शुरू होने की प्रक्रिया की जानकारी नहीं होने के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया था और मतगणना को 14 घंटे तक के लिए रोक दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि सुबह 4 बजे रोकी गई मतगणना शाम साढ़े बजे फिर से शुरू हो गई थी जब शिकायत निवारण प्रकोष्ठ से दो शिक्षकों को प्रक्रिया के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। शुक्रवार को जेएनयू छात्रसंघ के दिलचस्प चुनाव में 67.8 फीसदी मतदान हुआ था जिसे पिछले छ: साल में सबसे ज्यादा माना जा रहा है। इसमें 5,000 से ज्यादा छात्रों ने मतदान किया।
वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) इस बार ‘यूनाइटेड लेफ्ट’ गठबंधन के तहत एकसाथ चुनाव लड़ रहे हैं। वामपंथी छात्र संगठनों के अलावा एबीवीपी, एनएसयूआई और बापसा के उम्मीदवार भी मैदान में हैं।