उन्होंने कहा कि भारतीय रेल में प्रौद्योगिकी के आने से कुछ लोगों का काम बदल सकता है, ऐसे में उन्हें नये काम का प्रशिक्षण दिया जाएगा, लेकिन किसी की नौकरी नहीं जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम सही व्यक्ति को सही काम देंगे, नौकेरी से नहीं निकालेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नियोक्ता बना रहेगा। हम बिना कौशल वाली नौकरियों से कौशल वाली नौकरियों की ओर जा रहे हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, वह जारी रहेगी और नियुक्तियां भी होंगी। जिन नियुक्तियों के संबंध में विज्ञापन या अधिसूचना जारी हो चुकी है, उनमें भी कोई बदलाव नहीं होगा।
भारतीय रेल में फिलहाल 12,18,335 कर्मचारी है और वह अपनी कमाई का 65 प्रतिशत हिस्सा वेतन और पेंशन पर खर्च करती है। (भाषा)