उन्होंने कहा कि कांग्रेस, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के भी संपर्क में है और चाहती है कि उसके साथ ही एक गठबंधन हो जाए। अगले चुनाव में दलितों एवं आदिवासियों के वोट कांग्रेस के साथ ही रहेंगे। इन वर्गों में भारतीय जनता पार्टी की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के उत्तरी भागों खासकर चंबल, बुंदेलखंड एवं विंध्य क्षेत्रों में करीब 45 सीटों पर बसपा का अच्छा आधार है। इसी प्रकार से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का मंडला, शहडोल, कटनी, रायसेन, बालाघाट आदि क्षेत्रों में करीब 25 से 30 सीटों पर थोड़ा प्रभाव है। 230 सदस्यों वाली मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनाव आगामी नवंबर में होने हैं। भाजपा 2003 से राज्य में सत्तारूढ़ है। (वार्ता)