दिग्विजय ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, वे उस समय उनके साथ खड़े थे जब पूरी जनता पार्टी और केंद्र की सरकार इंदिरा गांधी को जेल भेज रही थी। आप उनसे उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं कि वे सोनिया गांधी के परिवार को छोड़कर जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कमलनाथ की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती है। वे 1980 से 2014 तक 9 बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुके हैं, जबकि 2018 में वे विधायक बने और बाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। वे पूर्व में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एवं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री भी रह चुके है। 2019 में उनकी सीट से बेटे नकुल नाथ सांसद बने थे।