हालांकि दोनों ही दलों को विश्वास है कि कर्नाटक में उनकी ही सरकार बनेगी। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने ट्वीट कर कहा कि हमने यह चुनाव पांच वर्ष के अपने कार्य और राज्य के लिए अपनी दृष्टि के आधार पर लड़ा। मुझे विश्वास है कि कर्नाटक के लोग हमें इसके लिए आशीर्वाद देंगे कि हम उनकी सेवा करना जारी रखें।