हुब्बल्ली। कर्नाटक के गडग जिले की शिराहत्ती विधानसभा सीट के साथ अनोखा संयोग रहा है कि 1972 से अब तक जिस पार्टी के प्रत्याशी ने इस सीट से चुनाव जीता है राज्य में उसकी पार्टी की ही सरकार बनी है। इसके बारे में वर्ष 1972 के विधान सभा चुनाव में देखा गया कि कांग्रेस के प्रत्याशी के इस सीट से चुनाव जीतने पर राज्य में कांग्रेस के सिर ताज सजा।
यहां तक कि जब जनता दल ने यहां शासन का स्वाद चखा तो भी उस समय भी यहां से जनता दल का ही प्रत्याशी जीतकर विधानसभा में पहुंचा था। वर्ष 2004 में इस राज्य में जब कांग्रेस-जनता दल की गठबंधन सरकार थी, तब भी कांग्रेस ने यहां किला फतह किया था।
यहां तक कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री को कानूनी नोटिस भेज दिया। दरअसल, प्रधानमंत्री ने 'परसेंटेज वाली सरकार' कहकर उनकी खिल्ली उड़ाई थी। हवेरी, गडग और धारवाड़ जिलों में कांग्रेस, भाजपा और जद-सेक्युलर के बीच सीधा मुकाबला दिखता है।
सभी पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। चुनाव में सोशल मीडिया हर तरफ सिर चढ़कर बोल रहा है। यहां तक कि आम आदमी अपनी पसंद के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने में मशगूल है। इस समय ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्स ऐप पर चटखारेदार और विवादास्पद, दोनों तरह के संदेशों का खूब आदान-प्रदान हो रहा है। (वार्ता)