एक ऐसे ही मामले में एक पत्नी ने अपने वकील के जरिए 4 लाख रुपए मेंटेनेस मांगा। इस पर जज विवेक अग्रवाल ने पत्नी के वकील को बताया कि इतना वेतन तो हाईकोर्ट जज को भी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि मैं हाईकोर्ट जज हूं तो मुझे पता है कि इतनी सेलेरी तो जज को नहीं मिलती। बता दें कि पत्नी कोचिंग सेंटर चलाती है, उसके पास 23 लाख रुपये का म्यूचुअल फंड भी है, लेकिन वह गृहिणी होने का दावा करती है, लेकिन उसके पास आय का कोई स्रोत नहीं है। बता दें कि यह दोनों वीडिया सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।— ShoneeKapoor (@ShoneeKapoor) August 22, 2024
Wife demands 4,00,000 per month #maintenance.
Husband is retired.
Pension is nowhere near 4 Lac.
Wife runs coaching centre, also has mutual fund of 23 Lacs but claims to be a house wife with no source of income.pic.twitter.com/OYA7hMz4zp
महिला के वकील ने अदालत को बताया कि उसे घुटने के दर्द और फिजियोथेरेपी और अन्य दवाओं के इलाज के लिए 4-5 लाख रुपए की जरूरत है। सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि यह अदालती प्रक्रिया का शोषण है। जज ने आगे कहा कि अगर वह इतना खर्च करना चाहती है, तो खुद पैसे कमाना चाहिए।A Must watch for all Men & Women.
— Joker of India (@JokerOf_India) August 21, 2024
Wife asked 6,16,300/ month as Maintenance, Honorable Judge said that this is exploitation & beyond tolerance. pic.twitter.com/TFjpJ61MHA