मानसून सत्र में गूंजेंगे कौनसे मुद्दे, INDIA Alliance की बैठक में बना फुल प्लान, 24 पार्टियां शामिल, AAP ने क्यों बनाई दूरी
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA Alliance) के 24 दलों के प्रमुख नेताओं ने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले शनिवार को फैसला किया कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोके जाने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे, बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कई अन्य मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे। वर्चुअल बैठक से आम आदमी पार्टी (AAP) ने दूरी बनाई। बैठक में कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा और न्यायमूर्ति शेखर यादव के मामलों को भी उठाया जाएगा।
उन्होंने इस मांग पर भी सहमति जताई कि पहलगाम, ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप के दावों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देना चाहिए। विपक्षी गठबंधन के दलों के प्रमुख नेताओं ने ऑनलाइन बैठक की और उन्होंने तय किया कि शीघ्र ही वे एकसाथ मौजूद रहकर बैठक करेंगे।
वर्चुअल क्यों हुई बैठक
पहले यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के आवास 10 राजाजी मार्ग पर होनी थी, लेकिन कुछ प्रमुख नेताओं की दिल्ली में अनुपलब्धता के कारण यह बैठक डिजिटल माध्यम से आयोजित की गई। इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक लंबे समय बाद हुई है। पहले यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के आवास 10 राजाजी मार्ग पर होनी थी, लेकिन कुछ प्रमुख नेताओं की दिल्ली में अनुपलब्धता के कारण यह बैठक डिजिटल माध्यम से आयोजित की गई। इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक लंबे समय बाद हुई है।
मीटिंग में शामिल क्यों नहीं हुई AAP
इस बैठक से एक दिन पहले शुक्रवार को गठबंधन को उस वक्त बड़ा झटका लगा था जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने इंडिया गठबंधन से दूरी बनाते हुए कहा कि वह अब विपक्षी गठजोड़ का हिस्सा नहीं है और इसका नेतृत्व करने में कांग्रेस पार्टी की भूमिका पर सवाल उठाया था।
इंडिया गठबंधन की बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल
बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (उबाठा) के उद्धव ठाकरे, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और कुछ अन्य नेता शामिल हुए।
बैठक में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन शामिल नहीं हुए, हालांकि उनके स्थान पर क्रमश: अभिषेक बनर्जी और तिरुचि शिवा ने हिस्सा लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पहले अपनी बात रखी और फिर उनके स्थान पर रामगोपाल यादव बैठक में शामिल हुए।
क्या कहा प्रेस कॉन्फ्रेंस में
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस से कहा कि बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में देश से जुड़े विषयों और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई, जिन्हें हम संसद सत्र के दौरान उठाएंगे। सभी की सहमति के साथ इस बैठक में मुख्य रूप से 8 मुद्दे सामने आए हैं। पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, युद्धविराम और ट्रेड को लेकर ट्रंप के बयान, बिहार में एसआईआर के नाम पर हो रही वोटबंदी, विदेश नीति का विषय (पाक, चीन, गाजा), परिसीमन और देश में दलित, पिछड़े, आदिवासी, महिला और अल्पसंख्यक वर्गों पर अत्याचार के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का फैसला हुआ।